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Wednesday, 10 May 2017

दिल में सुंदर ख्वाब रख्खा है

दिल में सुंदर ख्वाब रख्खा है
नाम उस का गुलाब रख्खा है

छलक सके ना प्यार आखों से
चेहरे पर नकाब रख्खा है

रात की सरकार न काली हो
चाँद जैसा नवाब रख्खा है

सीख़ मैं ना सका जमाबाकी
पर खुशी का हिसाब रख्खा है

जिंदगी की रेस जीतो तुम
एक आंसू खिताब रख्खा है

~ राजीव मासरूळकर
    दि.7/2/2017 22:30

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